Secret Of Success
मैं कुछ बनना चाहती हूँ अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीना चाहती हूं पर कैसे समझ नहीं आ रहा था क्या करूं कैसे करूं
मुझे पक्षियों को दाना डालने का बहुत शौक था मैं अपने घर की छत पर ही दाना डालती हूँ बहुत सारे पक्षी दाना चुगने आते हैं मेरा ऐसा मन करता था सुबह से लेकर शाम तक पक्षियों के साथ ही रहूँ पक्षियों की चहचहाट की आवाज मुझे बहुत पसंद है ।शाम के वक्त में जब तक सभी पक्षिया उड़ नहीं जाते थे तब तक मैं वहीं पर ही रहती।
एक दिन शाम के वक्त गौरैया, कबूतर,कौऐ दाना चुग रहे थे तभी एक कौवा मेरे पास आता है मैं उसको दाना देती,दाना कौए की चोंच से टकराकर जमीन पर गिर जाता है जमीन पर गिरा हुआ दाने को नहीं उठाता है मैंने फिर उसे दोबारा दाना दिया , दाना फिर चोंच टकराकर जमीन पर गिर जाता है वह कौआ उसे भी नहीं खाता मेरे समझ में नहीं आ रहा था क्या वाकई इस कौए को भूख लगी है दाना क्यों नहीं खा रहा है जबकि सभी पक्षिया दाना चुग रहे थे मैं भी उस कौए को भूखा नहीं जाने देना चाहती थी मैं भी बार-बार उसे दाना डालती रही दाना जमीन पर गिरता वह कौआ ऐसे ही बैठा रहता कुछ देर बाद दाना सीधा कौऐ की चोंच में जाता और वह उसे खा लेता है और उड़ जाता है कौए के उड़ जाने के बाद में उसको ह्रदय से धन्यवाद देती हूं शायद आप यही सोच रहे होंगे कि मैंने उसको धन्यवाद क्यों दिया।
उस कौवे ने मुझे वह ज्ञान दिया जिसे मैं कभी नहीं भूल पायी और शायद ना ही कभी भूल पाऊंगी उस कौवे ने मुझे कोशिश करना सिखाया जो हमें चाहिए, जैसा हमें चाहिए हमें जब तक कोशिश करनी चाहिए तब तक हमेें अपनी मजिंल मिल नहीं जाती हार नहीं माननी चाहिए।
काक चेष्टा बको ध्यानं, श्वान निद्रा तथैव च ।
अल्पहारी गृह त्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं ॥
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